चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने राज्य के भाषा अध्यापकों को करारा झटका दिया है। राज्य सरकार ने पिछले माह 22 फरवरी को सीएंडवी ¨हदी, पंजाबी और ड्राइंग के पीजीटी पदों हुई हुई पदोन्नति को रद कर दिया है। एक माह बाद ही तीनों विषयों के 656 भाषा अध्यापकों को स्कूल शिक्षा निदेशालय ने वापस पुराने स्टेशन पर ज्वाइन करने के निर्देश जारी कर दिए। 1 पदोन्नतियां होने के बाद सीएंडवी ¨हदी, पंजाबी और ड्राइंग के इन शिक्षकों ने पीजीटी के पद पर नई जगह नियुक्ति पा ली थी। सरकार के इन आदेशों से भाषा अध्यापक फिर वहीं
आ गए हैं, जहां दस साल पहले थे। उनकी एक दशक से प्रमोशन नहीं हो रही थी। बीते वर्ष 6 मई को सरकार ने इनकी पदोन्नति के आदेश जारी किए थे, जो कानूनी पचड़े में फंस गए। इनके साथ संस्कृत अध्यापक भी शामिल थे। मामला कोर्ट में होने पर सबकी ज्वाइनिंग उस समय रुक गई। केस चलता रहा और इस वर्ष फरवरी महीने में शिक्षा विभाग ने ¨हदी, पंजाबी और ड्राइंग अध्यापकों को संस्कृत शिक्षकों से अलग मानते हुए 22 फरवरी 2017 को इनकी ज्वाइनिंग और प्रमोशन के आदेश जारी कर दिए। मामला पहले से गुलजार सिंह बनाम अन्य और हरियाणा सरकार को लेकर कोर्ट में चला आ रहा था और उसमें कुछ पंजाबी और ¨हदी के अध्यापकों ने भी सीएंडवी से पीजीटी पद पर हुई पदोन्नति को गलत ठहराया था। इसलिए सरकार ने अब हाईकोर्ट की ओर से 8, 16 और 21 मार्च को आए निर्देशों के बाद सीएंडवी की प्रमोशन रद कर दी है
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